क्या है ssc MTs Exam? कैसे करे SSC MTS की तैयारी? क्या सिलेबस होगा, क्या पढ़ना है? जानिए पूरी जानकारी
क्या है SSC MTS?
आखिर कितना सिलेबस होगा इसका?
क्या पढ़ना चाहिए क्या छोड़ना चाहिए?
क्या फिजिकल होगा इसमें?
क्या SSC MTS के लिए कोई अलग से कोर्स या डिप्लोमा चाहिए?
Ssc MTs में टाइपिंग का क्या रोल है?
पेपर कितने होंगे किसके कितने नंबर पर मैरिट निकलेंगी?
पूरी जानकारी विस्तृत रूप से आसान भाषा में
SSC MTS (Multi Tasking Staff) परीक्षा कर्मचारी चयन आयोग (Staff Selection Commission) द्वारा आयोजित की जाती है, जिसका उद्देश्य केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों, मंत्रालयों और कार्यालयों में ग्रुप-C के गैर-राजपत्रित पदों पर कर्मचारियों की भर्ती करना होता है। यह परीक्षा दसवीं पास अभ्यर्थियों के लिए एक बड़ा अवसर है सरकारी नौकरी पाने का, जिसमें MTS और हवलदार (CBIC/CBN) जैसे पद शामिल होते हैं।
इस परीक्षा में दो प्रमुख स्तर होते हैं: पहला चरण कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) होता है और हवलदार पद के लिए एक शारीरिक दक्षता परीक्षा (PET/PST) भी आयोजित की जाती है। यह परीक्षा देशभर में आयोजित होती है और इसकी लोकप्रियता हर वर्ष बढ़ती जा रही है क्योंकि इसमें न्यूनतम योग्यता और सरल सिलेबस के साथ सरकारी सेवा में प्रवेश की संभावना होती है।
SSC MTS की तैयारी कैसे करें?
SSC MTS की तैयारी के लिए सबसे पहले परीक्षा के सिलेबस और पैटर्न को अच्छे से समझना ज़रूरी है। उसके बाद आपको एक सही टाइमटेबल बनाकर नियमित रूप से अध्ययन करना होगा। तैयारी को प्रभावी बनाने के लिए मॉक टेस्ट, पुराने प्रश्नपत्र और टॉपिक वाइज अभ्यास करना आवश्यक होता है। रोजाना कम से कम 4–6 घंटे का अध्ययन समय तय करें और सभी विषयों को समान समय दें।
रीजनिंग और गणित के लिए नियमित प्रैक्टिस से आपकी गति और शुद्धता दोनों में सुधार होगा। सामान्य ज्ञान के लिए रोज समाचार पढ़ें और करेंट अफेयर्स पर विशेष ध्यान दें। अंग्रेजी विषय के लिए बेसिक ग्रामर, वोकैबुलरी और समझ-बुझ की ताकत को बढ़ाएं।
SSC MTS परीक्षा का सिलेबस क्या होगा?
SSC MTS परीक्षा को दो सत्रों में आयोजित किया जाता है। सिलेबस इस प्रकार है:
सत्र-1:
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गणितीय अभिक्षमता (Numerical and Mathematical Ability):
- संख्यात्मक गणना, दशमलव और भिन्न
- प्रतिशत, लाभ-हानि
- औसत, अनुपात और समानुपात
- समय, कार्य और दूरी
- साधारण ब्याज, चक्रवृद्धि ब्याज
- क्षेत्रफल और परिमाप
- तालिका और ग्राफ आधारित प्रश्न
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रीजनिंग (Reasoning Ability and Problem Solving):
- उपमा, समानता और भिन्नता
- श्रृंखला और कोडिंग-डिकोडिंग
- पजल, डायरेक्शन टेस्ट
- आंकड़ों की व्याख्या
- दृश्य स्मृति और सामान्य तर्क
सत्र-2: 3. सामान्य जागरूकता (General Awareness):
- करंट अफेयर्स (राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय)
- भारतीय इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र
- भारतीय संविधान
- विज्ञान और तकनीकी ज्ञान
- महत्वपूर्ण दिवस और घटनाएं
- खेल, पुरस्कार और पुस्तकें
- अंग्रेजी भाषा और समझ (English Language and Comprehension):
- ग्रामर – Tense, Noun, Pronoun, Adjective
- वोकैबुलरी – Synonyms, Antonyms, One word substitution
- क्लोज टेस्ट, स्पॉटिंग एरर, फिल इन द ब्लैंक्स
- रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन
क्या पढ़ना चाहिए और कैसे?
SSC MTS के लिए सही किताबों और संसाधनों का चुनाव अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। नीचे कुछ प्रमुख स्रोत दिए गए हैं:
- गणित: R.S. Aggarwal की Quantitative Aptitude
- रीजनिंग: Verbal & Non-verbal Reasoning by R.S. Aggarwal
- सामान्य ज्ञान: Lucent’s सामान्य ज्ञान + डेली करंट अफेयर्स (अखबार, वेबसाइट)
- अंग्रेजी: Wren & Martin + Objective General English by S.P. Bakshi
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे Testbook, Adda247, Gradeup आदि पर मॉक टेस्ट और क्विज़ हल करें। यूट्यूब पर टॉपिक वाइज फ्री लेक्चर भी उपलब्ध हैं जिनसे आप कंसेप्ट्स को आसानी से समझ सकते हैं।
अंतिम सुझाव:
SSC MTS की परीक्षा उन युवाओं के लिए एक बेहतरीन विकल्प है जो जल्द से जल्द सरकारी नौकरी में प्रवेश करना चाहते हैं। इसके लिए सही रणनीति, निरंतर अभ्यास और मानसिक एकाग्रता बहुत आवश्यक है। यदि आप सिलेबस अनुसार पढ़ाई करें, समय प्रबंधन सीखें और खुद पर विश्वास रखें तो निश्चित ही सफलता प्राप्त की जा सकती है। इस परीक्षा में प्रतियोगिता अधिक होती है लेकिन यदि तैयारी योजनाबद्ध हो तो यह एक आसान परीक्षा भी मानी जाती है।