शिक्षण अभिरुचि: शिक्षण का अर्थ और उद्देश्य|| BSTC 100% पूछे जाने वाले प्रश्न|| www.mgsubikaner.site
राजस्थान BSTC Exam – शिक्षण अभिरुचि के महत्वपूर्ण प्रश्न
शिक्षण अभिरुचि: शिक्षण का अर्थ और उद्देश्य|| BSTC 100% पूछे जाने वाले प्रश्न|| www.mgsubikaner.site
शिक्षण अभिरुचि एक महत्वपूर्ण विषय है जो शिक्षक बनने की क्षमता, दृष्टिकोण और योग्यताओं को समझने में सहायक होता है। BSTC, CTET, REET और अन्य शिक्षक भर्ती परीक्षाओं में इससे जुड़े प्रश्न अवश्य पूछे जाते हैं। इस अनुभाग में हम शिक्षण अभिरुचि के प्रत्येक टॉपिक को सरल भाषा में समझाते हुए 100 अति महत्वपूर्ण वन लाइनर प्रश्नों के साथ प्रस्तुत कर रहे हैं, जो परीक्षा की दृष्टि से अत्यंत उपयोगी हैं। यह सामग्री पूर्णतः अपडेटेड, सटीक और परीक्षा केंद्रित है, जिससे आपकी तैयारी और भी प्रभावी होगी। सभी प्रश्न अभ्यास और रिवीजन के लिए उपयुक्त हैं।
टॉपिक 1: शिक्षण का अर्थ और उद्देश्य
100+ अति महत्वपूर्ण वन-लाइनर प्रश्न (BSTC हेतु विशेष)
1. शिक्षण एक द्विपक्षीय प्रक्रिया है – सत्य
2. शिक्षण का मुख्य उद्देश्य ज्ञान का संप्रेषण है – सत्य
3. शिक्षण का मूल कार्य सीखने में सहायता करना है – सत्य
4. प्रभावी शिक्षण में शिक्षक और छात्र दोनों की भागीदारी आवश्यक होती है
5. शिक्षण में केवल विषय ज्ञान नहीं, व्यवहारिक ज्ञान भी जरूरी है
6. शिक्षण की प्रक्रिया संवाद आधारित होती है
7. शिक्षण का अंतिम उद्देश्य व्यक्तित्व विकास है
8. शिक्षक को केवल जानकारी देने वाला नहीं, पथ प्रदर्शक होना चाहिए
9. शिक्षण अधिगम को सुगम बनाता है
10. शिक्षण एक सामाजिक प्रक्रिया है
11. शिक्षण का उद्देश्य आत्मनिर्भर बनाना होता है
12. शिक्षण से बौद्धिक विकास होता है
13. शिक्षण नैतिक मूल्यों का विकास करता है
14. शिक्षण रटने की प्रक्रिया नहीं है
15. शिक्षण बच्चों की रुचि और आवश्यकता के अनुसार होना चाहिए
16. शिक्षण का एक उद्देश्य जीवनोपयोगी शिक्षा देना है
17. अच्छा शिक्षण विद्यार्थी के अनुभवों से जुड़ा होता है
18. शिक्षण संप्रेषण का सशक्त माध्यम है
19. शिक्षण प्रेरणा और निर्देशन की प्रक्रिया है
20. शिक्षण के बिना अधिगम अधूरा रहता है
21. शिक्षण छात्रों की जिज्ञासा को बढ़ाता है
22. शिक्षण केवल कक्षा तक सीमित नहीं होता
23. शिक्षण छात्रों को प्रश्न पूछने की स्वतंत्रता देता है
24. शिक्षण एक सृजनात्मक प्रक्रिया है
25. शिक्षण में सहिष्णुता और संवेदनशीलता की आवश्यकता होती है
26. शिक्षण का उद्देश्य केवल परीक्षा में पास करवाना नहीं होना चाहिए
27. शिक्षण बच्चों को आत्मविश्वास देता है
28. शिक्षण में अनुशासन बनाए रखना आवश्यक है
29. शिक्षण छात्रों को सामाजिक जिम्मेदारियाँ सिखाता है
30. शिक्षण से आलोचनात्मक सोच का विकास होता है
31. शिक्षण विकासात्मक प्रक्रिया है
32. शिक्षण जीवन कौशलों का विकास करता है
33. शिक्षण का दायरा औपचारिक और अनौपचारिक दोनों होता है
34. शिक्षण में क्रियाशीलता अनिवार्य है
35. शिक्षण भावनात्मक विकास का माध्यम भी है
36. शिक्षण छात्रों को मूल्य-बोध कराता है
37. शिक्षण को बालकेंद्रित बनाना चाहिए
38. शिक्षण में छात्र की पूर्व जानकारी का ध्यान रखना चाहिए
39. शिक्षण छात्र को समाजोपयोगी बनाता है
40. शिक्षण से विचारों की स्पष्टता आती है
41. शिक्षण विद्यार्थियों को स्वावलंबी बनाता है
42. शिक्षण से रचनात्मकता का विकास होता है
43. शिक्षण प्रक्रिया में अनुकूल वातावरण का निर्माण आवश्यक है
44. शिक्षण सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों होना चाहिए
45. शिक्षण विद्यार्थियों की सोचने की शक्ति को बढ़ाता है
46. शिक्षण का प्रमुख उद्देश्य जीवनोपयोगी शिक्षा प्रदान करना है
47. शिक्षण छात्रों में कर्तव्यपरायणता की भावना जगाता है
48. शिक्षण में शिक्षक की भूमिका मार्गदर्शक की होती है
49. शिक्षण बालकों के सर्वांगीण विकास की प्रक्रिया है
50. शिक्षण एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है
51. शिक्षण में रूचिकर और सरल भाषा का प्रयोग होना चाहिए
52. शिक्षण के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन संभव है
53. शिक्षण से बालकों में आत्म-अनुशासन आता है
54. शिक्षण ज्ञान, कौशल और दृष्टिकोण का विकास करता है
55. शिक्षण में समुचित योजना बनाना आवश्यक है
56. शिक्षण में समस्याओं को हल करने की क्षमता विकसित की जाती है
57. शिक्षण में सहयोगी भावना आवश्यक होती है
58. शिक्षण प्रक्रिया का प्रभाव छात्रों के व्यवहार में दिखता है
59. शिक्षण छात्रों को सकारात्मक दृष्टिकोण सिखाता है
60. शिक्षण बच्चों को नया सोचने के लिए प्रेरित करता है
61. शिक्षण बच्चों के आत्म-संयम को प्रोत्साहित करता है
62. शिक्षण में संवेदनशीलता और भावनात्मक जुड़ाव आवश्यक होता है
63. शिक्षण एक रचनात्मक कलात्मक प्रक्रिया भी है
64. शिक्षण जीवन जीने की कला सिखाता है
65. शिक्षण में बच्चों की सहभागिता अनिवार्य है
66. शिक्षण में द्विपक्षीय संवाद आवश्यक है
67. शिक्षण बच्चों के आत्मबल को बढ़ाता है
68. शिक्षण में उद्देश्य स्पष्ट होने चाहिए
69. शिक्षण में व्यवहार परिवर्तन लक्ष्य होना चाहिए
70. शिक्षण बच्चों को स्व-अध्ययन के लिए प्रेरित करता है
71. शिक्षण बच्चों की क्षमता के अनुसार होना चाहिए
72. शिक्षण भावनात्मक समझ बढ़ाने का साधन है
73. शिक्षण नवाचार को बढ़ावा देता है
74. शिक्षण बच्चों के सामाजिक व्यवहार को प्रभावित करता है
75. शिक्षण में दृष्टिकोण सकारात्मक होना चाहिए
76. शिक्षण समाज में जागरूकता लाने का माध्यम है
77. शिक्षण के लिए उपयुक्त वातावरण आवश्यक है
78. शिक्षण अनुशासित जीवन की दिशा दिखाता है
79. शिक्षण में नवीन तकनीकों का प्रयोग उपयोगी होता है
80. शिक्षण प्रक्रिया में विद्यार्थी की भागीदारी महत्वपूर्ण है
81. शिक्षण बच्चों में तार्किक सोच को विकसित करता है
82. शिक्षण से व्यक्ति की सोचने-समझने की क्षमता बढ़ती है
83. शिक्षण मानसिक विकास की कुंजी है
84. शिक्षण से सामाजिक मूल्यों की स्थापना होती है
85. शिक्षण बच्चों को उत्तरदायित्व का बोध कराता है
86. शिक्षण एक आत्म-अवलोकन की प्रक्रिया है
87. शिक्षण से ज्ञान को क्रियान्वित करने की क्षमता बढ़ती है
88. शिक्षण से बच्चों की निर्णय क्षमता मजबूत होती है
89. शिक्षण में अनुकरण और अभ्यास आवश्यक होता है
90. शिक्षण नैतिक शिक्षा देने का माध्यम है
91. शिक्षण बच्चों की जिज्ञासाओं को शांत करता है
92. शिक्षण मानसिक संबल और आत्मबल बढ़ाता है
93. शिक्षण में संवाद और फीडबैक का महत्व होता है
94. शिक्षण नव निर्माण की प्रक्रिया है
95. शिक्षण में अनुभव आधारित शिक्षण सर्वोत्तम होता है
96. शिक्षण में सतत सुधार आवश्यक होता है
97. शिक्षण बालकों को अपने विचार व्यक्त करने का अवसर देता है
98. शिक्षण सकारात्मक आत्मबोध को बढ़ावा देता है
99. शिक्षण में पारदर्शिता और स्पष्टता जरूरी होती है
100. शिक्षण का लक्ष्य "सीखने योग्य वातावरण" बनाना होता है
101. शिक्षण ज्ञान को जीवन में लागू करना सिखाता है
102. शिक्षण केवल ज्ञान नहीं, जीवन शैली भी सिखाता है
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