बीकानेर। एम.एस. कॉलेज बीकानेर में छात्रसंघ संगठन को लेकर हुई गलत टिप्पणी ने विवाद खड़ा कर दिया है। कॉलेज की बॉटनी विभाग की प्रोफेसर विनोद कुमारी द्वारा सोशल मीडिया ग्रुप (NSS ग्रुप) पर की गई टिप्पणी के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़ी छात्रा प्रतिनिधि शालू गहलोत, महासचिव लक्ष्मी पारीक, और अन्य छात्राओं ने महाविद्यालय परिसर में उग्र प्रदर्शन किया।
क्या है मामला?
छात्रा नेता शालू गहलोत का आरोप है कि प्रोफेसर विनोद कुमारी ने सोशल मीडिया पर उनके और उनके संगठन (Student Union) के खिलाफ गलत टिप्पणी की। साथ ही, अन्य छात्राओं को भी उनके खिलाफ भड़काने का प्रयास किया। इसको लेकर आज छात्राओं में गुस्सा देखने को मिला।
छात्राओं का आक्रोश
• शालू गहलोत ने कहा – “यह मामला केवल मेरा नहीं बल्कि सभी छात्र नेताओं और प्रतिनिधियों का है। प्रोफेसर ने संगठन पर उंगली उठाकर छात्राओं का अपमान किया है। मैं इसकी निंदा करती हूँ।”
• महासचिव लक्ष्मी पारीक ने चेतावनी दी – “यदि प्रोफेसर विनोद कुमारी ने सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणी को डिलीट नहीं किया और शालू गहलोत से माफी नहीं मांगी तो इसके परिणाम उन्हें खुद भुगतने होंगे।”
• विरोध प्रदर्शन में दीक्षा, सरोज, सुनीता, मेगा, अनीता, अंजलि सहित कई छात्राएं शामिल हुईं।
छात्रों का आरोप
छात्राओं का कहना है कि प्रोफेसर विनोद कुमारी पिछले समय से महाविद्यालय की छात्राओं और स्टाफ के साथ भी दुर्व्यवहार करती रही हैं। यह तानाशाही रवैया लगातार बढ़ता जा रहा है, क्योंकि पिछले 3 सालों से छात्रसंघ चुनाव बंद पड़े हैं, जिससे छात्रों की आवाज़ दबाई जा रही है।
शालू गहलोत की सरकार से मांग
शालू गहलोत ने भाजपा सरकार से मांग करते हुए कहा –
“यदि छात्रसंघ चुनाव जल्द बहाल नहीं किए गए तो महाविद्यालय की स्थिति और बिगड़ जाएगी। कॉलेज प्रशासन और प्रोफेसरों की तानाशाही रोकने के लिए छात्रसंघ चुनाव आवश्यक हैं।”
नारेबाज़ी
विरोध के दौरान छात्राओं ने महाविद्यालय में जोरदार नारेबाज़ी की –
“विनोद कुमारी मुर्दाबाद – मुर्दाबाद।”